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आईसीएआर के महानिदेशक एम एल जाट ने पीटीआई-भाषा को बताया, ''इन 11 जैव प्रोत्साहक (बॉयोस्टिमुलेंट्स) को पहले मंजूरी दी गई थी और ये बाजार में बिक रहे थे। अब विभिन्न पक्षों द्वारा उठाई गई नैतिक, धार्मिक और आहार संबंधी चिंताओं के कारण इन पर रोक लगा दी गई है।''
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बाजार सूत्रों ने बताया कि वैसे तो त्योहारों की मांग बढ़ने से अपने पिछले कारोबारी सत्र के मुकाबले अधिकांश तेल-तिलहनों के भाव में सुधार है पर वास्तविकता यह है कि सूरजमुखी, कपास (जिससे प्राप्त होने वाले कपास बीज से बिनौला तेल निकलता है), सोयाबीन, मूंगफली जैसी फसलों के दाम, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बने हुए हैं।
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प्रमुख संकेतक दर्शाते हैं कि भारतीय आईटी क्षेत्र को वैश्विक व्यापक आर्थिक अनिश्चितता, ग्राहक लागत अनुकूलन और निर्णय लेने में देरी से जुड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। टीसीएस, इन्फोसिस और एचसीएलटेक जैसी प्रमुख भारतीय आईटी कंपनियों ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में मजबूत ‘बुकिंग’ और सौदों की ‘पाइपलाइन’ की सूचना दी फिर भी वास्तविक राजस्व वृद्धि का अनुमान वर्ष के लिए एक से पांच प्रतिशत पर सीमित बना हुआ है।
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इसके अलावा, डेवलपर द्वारा न्यूनतम हिस्सेदारी के रूप में अतिरिक्त सुरक्षा उपाय भी किए जाने चाहिए और जोखिम-आधारित प्रीमियम भी लिए जा सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि यह कोष नीतिगत अनिश्चितता और अन्य गैर-वाणिज्यिक जोखिमों से होने वाले नुकसानों की भरपाई करेगा, जिससे ऋणदाताओं को बड़ी परियोजनाओं के लिए बड़े ऋण देने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकेगा।
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मंत्री ने कहा कि तेल की मांग एवं आपूर्ति के बीच ‘व्यापक संतुलन’ आवश्यक है। उन्हें उम्मीद है कि आगे भी कच्चे तेल का मूल्य 65-68 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के बीच बना रहेगा।
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दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि भारत निर्मित प्रणाली क्लाउड-आधारित, भविष्य के लिए तैयार है और इसे आसानी से 5जी में तब्दील (अपग्रेड) किया जा सकता है।
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आरसीपीएल, रिलायंस रिटेल से उभरकर रिलायंस इंडस्ट्रीज की अनुषंगी कंपनी है। यह भारत की सबसे तेजी से बढ़ती रोजमर्रा के इस्तेमाल वाली घरेलू वस्तुएं बनाने वाली कंपनियों में से एक बन गई है। इसकी स्थापना के बाद से केवल तीन वर्ष में इसने 11,000 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित किया है।
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मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में अक्टूबर आपूर्ति वाले अनुबंधों में सोने का भाव 125 रुपये या 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,12,430 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। दिसंबर में आपूर्ति वाले सोने के अनुबंधों की कीमत 147 रुपये यानी 0.13 प्रतिशत फिसलकर 1,13,500 प्रति 10 ग्राम रहा।
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बजाज इलेक्ट्रिकल्स ने मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद शेयर बाजारों को दी गई सूचना में बताया कि उसके निदेशक मंडल ने भारत, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, मालदीव और श्रीलंका के लिए मॉर्फी रिचर्ड्स के ब्रांड अधिकार हासिल करने के वास्ते 146 करोड़ रुपये के सौदे को मंजूरी दे दी है।
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कंपनियों के पास ‘‘गैर-मानक’’ कीमतें अपनाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है क्योंकि उनके पास चीजों का वजन (ग्रामेज) तेजी से बढ़ाने के लिए पर्याप्त समय नहीं है, जिसके लिए कारखाने के ढांचे में बदलाव की आवश्यकता होती है।